नई दिल्ली, नवम्बर 28 -- भारत का नया भूकंपीय क्षेत्रीकरण मानचित्र चिंता के साथ ही सावधानी बढ़ाने की भी मांग कर रहा है। नए मानचित्र के मुताबिक, हिमालय का क्षेत्र अब उच्चतम जोखिम वाले क्षेत्र जोन-6 में शुमार है। ध्यान देने की बात है, पहले हिमालय का यह गलियारा चौथे और पांचवें जोन में आता था। इसका मतलब, हिमालय क्षेत्र में बड़े भूकंप का जोखिम बढ़ रहा है। हिमालय पर्वत को दुनिया की सबसे सक्रिय टेक्टोनिक प्लेटों की सीमाओं में से एक पर स्थित होने के कारण सबसे अधिक भूकंपीय जोखिम वाले क्षेत्र के रूप में वर्गीकृत किया गया है। भारतीय प्लेट लगभग पांच सेंटीमीटर प्रतिवर्ष की दर से धीरे-धीरे उत्तर की ओर बढ़ रही है और यूरेशियन प्लेट से टकरा रही है। इस टकराव ने न केवल हिमालय का निर्माण किया, इससे उसकी ऊंचाई भी बढ़ रही है। इससे पृथ्वी की सतह के नीचे काफी दबाव...
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