गंगापार, मई 24 -- तपती गर्मी से राहत का कुदरती चक्र शुरू हो गया। शनिवार को सूर्य का रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश हो गया। यह सिर्फ खगोलीय घटना नहीं, बल्कि भारतीय पंचांग और मेदिनी ज्योतिष की दृष्टि से वर्षा ऋतु का अग्रदूत है। यही वह पल है, जब सूर्य की स्थिति पृथ्वी पर मौसम के रंग बदलने का संकेत देता है। ज्योतिष विशेषज्ञ पं उमेश शास्त्री दैवज्ञ ने बताया, सूर्य का यह गोचर रोहिणी नक्षत्र में जब होता है, तो इसे नौतपा कहा जाता है। नौतपा के 9 दिन गर्मी से मौसम को गर्मी से तपाते हैं, जिससे धरती और वातावरण वर्षा के लिए अनुकूल हो जाते हैं। इस बीच आंधी, उमस, बूंदाबांदी और कुछ क्षेत्रों में तेज बारिश के आसार रहते हैं। अब जैसे-जैसे सूर्य रोहिणी की ओर बढ़ेगा, मौसम बदलता जाएगा। यह सिर्फ मौसम परिवर्तन नहीं है, बल्कि ऋतुओं की परंपरा में अगला अध्याय है। शनिवार...