गुरुग्राम। हिन्दुस्तान, मई 28 -- ओल्ड गुरुग्राम की कॉलोनियों और सेक्टरों पर पेयजल संकट गहराने का खतरा मंडरा रहा है। गुरुग्राम नहर की हालत खस्ता होने की वजह से सिंचाई विभाग की तरफ से रोजाना 20 से 30 क्यूसिक पानी कम छोड़ा जा रहा है। इसको लेकर जीएमडीए अधिकारी वैकल्पिक इंतजाम में जुट गए हैं। गुरुग्राम से करीब 70 किलोमीटर दूर सोनीपत के गांव ककरौई से गुरुग्राम नहर में पानी छोड़ा जाता है। मौजूदा समय में गुरुग्राम नहर की हालत बदतर अवस्था में है। इस नहर से पानी बसई वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में पहुंचता है। इसकी क्षमता 270 एमएलडी (मिलियन लीटर प्रतिदिन) है। इस संयंत्र से ओल्ड गुरुग्राम की करीब 200 कॉलोनी, सेक्टर और गांवों में पेयजल आपूर्ति होती है। इन क्षेत्रों में पर्याप्त पानी मुहैया करवाने के लिए जीएमडीए को 130 क्यूसिक पानी चाहिए। नहर की हालत खस्ता ह...
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