गया, फरवरी 13 -- दक्षिण बिहार केन्द्रीय विश्वविद्यालय (सीयूएसबी) के अनुसंधान और विकास (आरएंडडी) प्रकोष्ठ ने बौद्धिक संपदा और इसके व्यावसायीकरण विषय पर अतिथि व्याख्यान का आयोजन किया। डॉ. अमरेश पांडा, आरटीटीपी, लीड-आरटीटीओ, केआईआईटी-टीबीआई, भुवनेश्वर ने बौद्धिक संपदा (आईपी) और इसके आठ विभिन्न प्रकारों का परिचय दिया, जिनमें पेटेंट, ट्रेडमार्क, औद्योगिक डिजाइन, पौधों की किस्में, कॉपीराइट, भौगोलिक संकेत, एकीकृत सर्किट का लेआउट डिजाइन और गोपनीय जानकारी शामिल हैं। डॉ. पांडा ने पेटेंट चक्र को शुरू से लेकर पेटेंट और व्यावसायीकरण तक, पेटेंट साहित्य और गैर-पेटेंट साहित्य के बीच अंतर और विभिन्न डेटाबेस और स्रोतों जैसे कि भारतीय पेटेंट खोज पृष्ठ (आईएपीएएसएस), डब्ल्यूआईपीओ पेटेंट खोज पृष्ठ, यूएसपीटीओ पेटेंट खोज पृष्ठ, ईपीओ पेटेंट खोज पृष्ठ और गूगल पेटे...