नई दिल्ली, अक्टूबर 29 -- नई दिल्ली, विशेष संवाददाता। पहली बार तीन बड़े कोयला उत्पादक देशों भारत, चीन और इंडोनेशिया में कोयले का दौर शिखर पर पहुंचकर घटने की ओर अग्रसर दिखाई देता है। सेंटर फार रिसर्च आन एनर्जी एंड क्लिन एयर (सीआरईए) की एक नई रिपोर्ट के मुताबिक अगर ये देश अपनी मौजूदा रफ्तार से स्वच्छ ऊर्जा की तरफ बढ़ते रहे, तो 2030 तक ऊर्जा क्षेत्र से निकलने वाला कुल कार्बन उत्सर्जन घटने लगेगा। रिपोर्ट के अनुसार इन देशों में दुनिया का 73 फीसदी कोयला इस्तेमाल होता है। अगर यहां कोयले की मांग घटती है तो इसका असर पूरे वैश्वविक उत्सर्जन पर पड़ेगा। चीन ने पहले ही इतनी नई स्वच्छ बिजली क्षमता जोड़ ली है कि उसकी नई ऊर्जा मांग पूरी तरह कोयले के बिना पूरी हो सकती है। इंडोनेशिया के राष्ट्रपति सुभियांतो का 100 गीगावॉट सोलर प्रोग्राम अगर समय पर लागू हुआ, ...
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