नई दिल्ली, अगस्त 10 -- सुजान चिनॉय,महानिदेशक, एमपीआईडीएसए जुलाई की शुरुआत में मैं चीन की यात्रा पर था। इस दौरान मुझे भारत के बारे में बीजिंग की सोच को समझने के लिए वहां के कई रसूखदार लोगों से बातचीत करने का अवसर मिला। इसी दौरान मुझे राष्ट्रपति ट्रंप के मौजूदा अमेरिका के प्रति चीन के रुख की झलक भी मिली। चीनी विद्वानों और बुद्धिजीवियों के बीच यह आम राय थी कि राष्ट्रपति ट्रंप की नीतियों ने भारी अनिश्चितता पैदा कर दी है और वह वैश्वीकरण की संकल्पना के खिलाफ कदम उठा रहे हैं। अमेरिका और चीन के बीच प्रतिस्पर्द्धा की मूल वजह प्रौद्योगिकी है। साइबर प्रौद्योगिकी और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) इस जटिलता को और बढ़ा रही हैं। बीजिंग में लोगों का रुख अमेरिका के प्रति बाइडन प्रशासन की तुलना में अधिक आक्रामक और अपने को लेकर ज्यादा आश्वस्तकारी था। व्यापक तौर ...