लखनऊ, जून 19 -- भारत में एमएसएमई सेक्टर से 20 करोड़ से अधिक लोगों को रोजगार मिलता है। जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) में 30 प्रतिशत से अधिक का योगदान देने वाले एमएसएमई अर्थव्यवस्था में विकास को गति देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। एमएसएमई भारत के निर्यात में 45 प्रतिशत से अधिक का योगदान दे रहे हैं और हमारे देश में विदेशी मुद्रा लाने में प्रमुख भूमिका निभाते हैं। यह बात आईसीएमएआई (इंस्टीट्यूट ऑफ कॉस्ट अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया) लखनऊ चैप्टर के अध्यक्ष सीएमए रंजीत सिंह ने कही। वह बुधवार को गोमतीनगर स्थित सीएमए भवन में आईसीएमएआई लखनऊ चैप्टर द्वारा आयोजित 'एमएसएमई-सीएमए के लिए रास्ते और एमएसएमई के तहत वित्त पोषण के लिए सरकारी पहल विषय पर एक दिवसीय सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि विनिर्माण एमएसएमई की सबसे अधिक सांद्रता वाले शीर्ष पां...