प्रयागराज, मार्च 18 -- प्रयागराज, कार्यालय संवाददाता। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के प्राचीन इतिहास विभाग एवं इलाहाबाद संग्रहालय के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित भारत की सांस्कृतिक विरासत में कला, धर्म और पहचान का अंतर्संबंध विषयक दो दिनी राष्ट्रीय संगोष्ठी का समापन मंगलवार को हुआ। प्रथम तकनीकी सत्र की अध्यक्षता प्रो. आनंद शंकर सिंह ने की, जिसमें शोधार्थियों और विद्वानों ने कुल 31 शोध पत्र प्रस्तुत किए। द्वितीय तकनीकी सत्र की अध्यक्षता प्रो. अर्चना खरे और प्रो. एसके द्विवेदी ने की। सत्र में विशेष रूप से भारतीय सांस्कृतिक धरोहरों के संरक्षण, पुरातात्विक स्थलों के महत्व और भारतीय धर्मों में सांस्कृतिक एकता जैसे विषयों पर गहन विचार-विमर्श हुआ। प्रो. जीके लामा ने भारतीय स्थापत्य कला में धार्मिक प्रतीकों की भूमिका पर प्रकाश डाला, जबकि डॉ. अभिजीत दीक...