काशीपुर, मई 12 -- भारतीय ज्ञान प्रणाली को पहचानना जरूरी आईआईएम में अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में तीन दिन में पेश किए गए 101 शोध काशीपुर, संवाददाता। आईआईएम काशीपुर और ब्रुनेल यूनिवर्सिटी लंदन के सहयोग से आयोजित तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन "भारत के भविष्य के लिए सतत प्रबंधन रणनीतियां" का समापन रविवार को हुआ। प्रो. सतीश देवधर, डीन (फैकल्टी), आईआईएम अहमदाबाद ने प्राचीन भारतीय ज्ञान की आधुनिक प्रासंगिकता पर कहा कि प्राचीन भारतीय ग्रंथ न केवल आध्यात्मिक विचारों के भंडार हैं, बल्कि उनमें कल्याणकारी राज्य की अवधारणाएं, कर प्रणाली और ब्याज दर जैसी जटिल आर्थिक नीतियां समाहित हैं। जो आज भी प्रासंगिक हैं। ऐसे में भारतीय ज्ञान प्रणाली को पहचानना जरूरी है। तीन दिन तक चले सम्मेलन में 24 सत्रों में 101 शोध पत्र प्रस्तुत किए गए। प्लेनरी सत्रों, प्रस्तुति...
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