गंगापार, फरवरी 7 -- भागवत कथा के श्रवण करने से मनुष्य को पापों से छुटकारा मिलता है। मानव का अंतिम लक्ष्य मोक्ष पाना होता है। मोक्ष की प्राप्ति पाने के लिए मनुष्य को सतकर्म में लीन होना चाहिए। यह धार्मिक बातें वृंदावन से सोरांव गॉव में आए कथा व्यास आचार्य पं अजयकृष्ण शास्त्री ने कथा यजमान पूर्व प्रधान सोरांव कुसुम शुक्ला व शशि शुक्ला को भागवत कथा सुनाते हुए कही। कहाकि राजकुमारी मदालसा एक पौराणिक चरित्र है। जिसका उल्लेख पुराणों में मिलता है। वह गंधर्वराज विश्वासु की पुत्री थी। कालांतर में उसका विवाह राजकुमार ऋतुध्वज के साथ हुआ। मदालसा जब गर्भवती हुई तो वह अपना अधिक समय प्रभु की उपासना में देती थी। उसे तीन पुत्र विक्रांत, सुबाहू, शत्रुमर्दन पैदा हुए। जिसे उसने संस्कारिक बनाया। मदालसा के तीनों पुत्र युवावस्था में घर त्यागकर तपस्या के लिए चले ...