प्रतापगढ़ - कुंडा, मई 22 -- पट्टी, हिन्दुस्तान संवाद। क्षेत्र के जोलहापुर गांव में चल रहे श्रीमद्भागवत कथा में पांचवें दिन कथा वाचक आचार्य डॉ. दीनानाथ त्रिपाठी ने भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन किया। कथा के साथ उन्होंने सामाजिक बुराइयों से दूर रहने और पर्यावरण संरक्षण के लिए भी प्रेरित किया। उन्होंने बताया कि भगवान श्री कृष्ण ने विभिन्न लीलाओं से प्रेम को परिभाषित किया। गोपियों के प्रति उनकी अटूट प्रेम कहानी सुनाई। कथा व्यास ने अंत में कथा व्यास ने बताया कि भागवत कथा विचार, वैराग्य, ज्ञान और हरि से मिलने का मार्ग बता देती है। कलयुग की महिमा का वर्णन करते हुए कहा कि कलयुग में मानस पुण्य तो सिद्ध होते हैं। परंतु मानस पाप नहीं होते। कलयुग में हरी नाम से ही जीव का कल्याण हो जाता है। इस मौके पर अशोक सिंह, अंजू सिंह, देवी सिंह, त्रिभुवन,...