मथुरा, जनवरी 30 -- भारतीय किसान यूनियन चढूनी के कैंप कार्यालय गढ़सौली पर मंगलवार को पंचायत हुई। इसमें किसान समस्याएं हल न होने पर रोष जताया। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रतनसिंह पहलवान ने कहा कि सरकार उनकी मांगों पर संवेदनशील नहीं है। उनकी हर जगह अनदेखी है। बिजली निजीकरण से किसान मजदूरों के हितों पर कुठाराघात है। इससे किसान सर्वाधिक प्रभावित होंगे। खेती की लागत बढ़ेगी। सरकार किसानों को मुफ्त बिजली का वादा कर उसका निजीकरण कर रही है। मंडल अध्यक्ष रामवीर सिंह तोमर, जिलाध्यक्ष संजय पराशर ने कहा कि समय से खाद, सिंचाई को बिजली नहीं मिलती। प्राकृतिक आपदा से बर्बाद फसल का मुआवजा नहीं मिलता। खेती की लागत के अनुपात में सही मूल्य नहीं मिलता। एमएसपी कानून की मांग पूरी नहीं हो रही। इसमें बिल्ला सिंह, रामभरोसी, हरिपाल परिहार, अंतराम शर्मा, बच्चू सिंह, पंचम सिंह...