पौड़ी, फरवरी 19 -- वीर चंद्रसिंह गढ़वाली उत्तराखंड औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय भरसार को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद से प्रत्यायन मिल गया है। अब विश्वविद्यालय को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद से विकास मद से समुचित राशि मिलने के साथ ही राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विश्वविद्यालय कि रैंकिंग में भी उल्लेखनीय सुधार आने का अनुमान है। इस प्रत्यायन कि मान्यता अवधि अगले पांच वर्ष तक रहेगी। विश्वविद्यालय के अस्तित्व में आने के बाद पहली बार विश्वविद्यालय का प्रत्यायन हुआ है। इससे पहले विश्वविद्यालय का प्रत्यायन नहीं होने का सबसे प्रमुख कारण यहां शैक्षणिक पदों पर बहुत कम नियुक्तियों का होना रहा है। वर्तमान कुलपति प्रोफेसर परविंदर कौशल ने लगभग दो साल पहले कार्यभार संभालते ही विश्वविद्यालय के प्रत्यायन को एक चुनौती के रूप में लिया। इसके लिए सबस...
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