मऊ, अक्टूबर 13 -- दोहरीघाट। ब्लॉक क्षेत्र अंतर्गत विशुनपुरा में चल रही रामलीला में शनिवार रात्रि भरत मनावन और पादुका दान लीला का मार्मिक मंचन हुआ। भ्राता राम से वन में मिलने जाने के लिए भरत और शत्रुध्न निषादराज से भेंट के बाद चित्रकुट पहुंची। लीला में भीलों द्वारा प्रभु श्रीराम को चतुरंगिणी सेना के साथ आगमन की सूचना दी जाती है। लक्ष्मण क्रोधित होते हुए प्रभु श्रीराम से कहते हैं कि राज्य के मद में चूर दोनों भाई भरत-शत्रुध्न का अकंटक राज्य की कुमंत्रणा करके सेना के साथ आना उनका कुचक्र है। तब राम समझाते हैं कि भरत को कभी भी राज्य मद नहीं हो सकता। श्रीराम के समक्ष पहुंचने पर भरत दंडवत करके उनके चरणों में गिर पड़ते हैं। चारों भाइयों, सीता, गुरु वशिष्ठ और तीनों माताओं का भावपूर्ण मिलन होता है।भरत की ओर से मुनि वशिष्ठ प्रस्ताव रखते हैं कि आप अयोध...