कानपुर, दिसम्बर 3 -- कानपुर। श्री रामलीला महोत्सव आयोजन समिति जरौली में आयोजित त्रिवेणी प्रांगण में चल रही श्री राम कथा के आठवें दिन वृंदावन धाम से आए श्री भारत शरण महाराज ने भरत चरित्र का वृतांत सुनाया। उन्होंने बताया कि भरत जी भगवान राम को मनाने चित्रकूट गए, लेकिन जब राम जी अयोध्या वापस आने के लिए मना किया, तब भरत राम की चरण पादुका अपने मस्तक पर रखकर वापस अयोध्या लौटे। इस अवसर पर पूर्व सांसद सत्यदेव पचौरी, विधायक महेश त्रिवेदी, सिद्धनाथ धाम के महंत अरुण पुरी जी महाराज आदि रहे।

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