गिरडीह, अप्रैल 20 -- गिरिडीह। श्री कबीर ज्ञान मंदिर में सद्गुरु मां ज्ञान ने कहा कि आज का मानव भय के भ्रम में इतना उलझ गया है कि वह किसी साधारण वस्तु या घटना में भी संकट का संकेत ढूंढ़ने लगता है। विशेष रूप से जब टोटका, तंत्र-मंत्र या किसी अज्ञात ऊर्जा की बात होती है, तब उसका मन इतना अशांत हो उठता है कि वह स्वयं ही अपने लिए मानसिक और शारीरिक संकट खड़ा कर लेता है। मां ज्ञान ने कहा कि उन्होंने सुना है कि एक गृहस्थ बड़ी घबराहट और आशंका से भरा अपने गुरु के पास पहुंचा। उसने कहा कि गुरुदेव मेरे घर के बाहर कोई लाल कपड़े में नमक, बाल, राई, सिंदूर, उड़हूल आदि बांधकर फेंक देता है। इसके बाद कभी मेरे बेटे को बुखार होता है, कभी मुझे ही कुछ कष्ट हो जाता है। गुरु मुस्कराते हुए बोले तुम्हारे जीवन में जो कष्ट है। वह बाहर के टोटके का नहीं है, तुम्हारे भीतर ...