मेरठ, मार्च 9 -- मेरठ। जिमखाना मैदान में हो रही श्रीमद्भागवत कथा में शनिवार को कथावाचक ने कहा कि भक्त से प्रेम करो सौदेबाजी नहीं। भगवान हर कर्म पर नजर रखते हैं। आयोजक नीरज गोयल ने कथा स्थल पर विधि विधान से पूजन कराया। पूजन के बाद कथावाचक आचार्य किरीट भाई ने रुकमणि विवाह की कथा सुनायी। कहा कि मानव दुख का कारण इच्छा और क्रोध है। उनकी इच्छाएं और उनके द्वारा किए गए कार्य ही उनके पतन का कारण हैं। इच्छाओं की पूर्ति के लिए वह कभी पाप का तो कभी असत्य का सहारा लेते हैं। पाप करते समय यह नहीं सोचते कि क्या अच्छा है और क्या बुरा। जब कोई संकट आता है तो दूसरों को दोष देते हैं। कहते हैं, मैंने इतनी पूजा पाठ की, मंदिरों में पैसे चढ़ाए, दान दिया, फिर भी मुझ पर यह संकट आ पड़ा। उनके कार्य गलत कामों और पाप से प्रेरित थे। भक्त से प्रेम करो, सौदेबाजी मत करो। न...