बहराइच, अगस्त 1 -- तेजवापुर। पंचायत भिरवा स्थित दानव बाबा के स्थल पर संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा के पांचवे दिन प्रवाचक रमेश गिरि महाराज ने श्री कृष्ण जन्म की कथा का वर्णन किया। कहा कि देवकी के आठवें पुत्र से अपना वध होने की आकाशवाणी सुनते ही कंस अदर ही अंदर दहल उठा। देवकी के प्रति अपनी सगी से भी अधिक चाहत रखने वाले पापाचारी कंस का एकाएक मोह भंग हो गया और देवकी का वध करने के लिए म्यान से तलवार निकाल ली। वसुदेव के तमाम अनुनय-विनय के बाद कंस का दिल पसीजा। उसने देवकी की जान तो बक्श दी, लेकिन वसुदेव-देवकी को जेल की काली कोठरी में डाल दिया। कारागार में श्रीकृष्ण का जन्म हुआ। इसके बाद उन्होंने कंस का वध कर प्रजा की रक्षा की। प्रधान प्रमोद कुमार तिवारी, गोमती प्रसाद तिवारी, यजमान गुरुबचन लाल, देशराज वर्मा, राम नरेश वर्मा, साधूराम, पुरुषोतम लाल, शिव...
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