गंगापार, मार्च 21 -- क्षेत्र के जैमा भगनपुर स्थित एमपीएसएस कांवेंट स्कूल परिसर में आयोजित सात दिवसीय रामकथा के चौथे दिन अय़ोध्या से आए कथा व्यास उमेशाचार्य ने राम चरित मानस की व्याख्या कर सभी को भाव विभोर कर दिया। कथा व्यास ने कहा कि भगवान राम की कृपा हेतु मनुष्य के जीवन में चरित्र की सीढियां पार करना जरूरी है। यही राम चरित मानस का सार है। उन्होंने भगवान राम के जीवन में मर्यादा सामाजिक समरसता, धर्म की रक्षा, समभाव, सत्य, निष्ठा और प्रेम जैसे आचरण के चलते उनके लोकजीवन से यह बातें मनुष्य को भी ग्रहण करने पर जोर दिया गया। कथा आयोजक डॉ.राजेश कुमार शर्मा ने श्रीराम के आदर्श जीवन का अनुशरण करने पर जोर दिया।

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