मुरादाबाद, जून 13 -- शिवांगन धाम वेव ग्रीन में चल रही श्रीमद् भागवत कथा में कथा व्यास धीरशांत दास ने कहा भगवान जीवों को मुक्ति के लिए विभिन्न शरीर धारण करते हैं। परिस्थिति अनुसार अपने रूपों में विभक्त होकर विष्णु, ब्रह्मा, महेश, राम,वामन, महात्मा बुद्ध एवं कल्कि अवतरण से सृष्टि को संतुलित रखते हैं। इन्ही रूपों में भक्तों का उद्धार कर उन्हें बैकुंठ में परम धाम की प्राप्ति कराते हैं। व्यवस्था में शैरिल विश्नोई, कियान विश्नोई, संगीता, आदेश, शिवम, कनिष्का, पूनम चावला, ऐशु भाटिया, आयुषि, सुनीता, प्रदीप, श्वेतांश, वैष्णवी प्रभा, सुधा शर्मा, सपना सिरोही, सौरभ अग्रवाल, निखिल, बीना आदि शामिल रहे।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित...