अलीगढ़, सितम्बर 15 -- इगलास। गांव सिमरधरी में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के दौरान सनातन धर्म प्रचारक पवन कौशिक महाराज ने श्रद्धालुओं को जीवन जीने की सही दिशा बताई। उन्होंने कहा कि परिवार में आपसी प्रेम, ईर्ष्या और द्वेष से दूरी तथा भगवान की कृपा का निरंतर अनुभव करना ही जीवन को सार्थक बनाता है। विदुर चरित्र का उदाहरण देते हुए बताया कि भगवान जात-पात, ऊंच-नीच या बाहरी आडंबरों से प्रभावित नहीं होते। वे केवल शुद्ध और निष्कपट प्रेम को स्वीकार करते हैं। यदि हृदय में प्रेम है और मन सच्चे भाव से भगवान की सेवा में लगा है तो वही व्यक्ति भगवान की कृपा का अधिकारी बनता है, चाहे वह किसी भी परिवार, वर्ग या समाज से क्यों न हो।

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