घाटशिला, मार्च 1 -- जादूगोड़ा थाना क्षेत्र के कुलडीहा पंचायत के बोनडीह गांव स्थित शिव मंदिर मैदान में आयोजित होने वाली सात दिवसीय शिव पुराण कथा के पंचम दिन स्वामी हंसानंद गिरि ने कथा वाचते हुआ कहा कि जब भी जिसे समस्या आई, तब तब देवता हो दानव हो या मानव सभी शिव की ही शरणा में गए और अपनी मन वांछित आशीर्वाद दिया। ऐसे ही तारका सुर को भी शिव पुत्र से ही मरने का आशीर्वाद प्राप्त था। तब देवों ने भगवान से प्रार्थना की और और भगवान ने अपना तेज गंगा के पास दिया और वह कृतिका ने ग्रहण किया। जिससे भगवान कार्तिकेयन का जन्म हुआ और देवों की शक्ति को प्राप्त कर के उन्होंने तारका सुर का वध किया। कथा के प्रसंग में भगवान गणेश के अवतार की कथा बताई और देवताओं द्वारा भगवान की प्रथम पूजा का आशीर्वाद दिया गया। तब से भगवान गणेश प्रथम पूजा के अधिकारी हो गये। कथा के ...