सिद्धार्थ, मई 16 -- भनवापुर। क्षेत्र के बिजवार बढ़ई गांव में चल रहे श्रीमद्भागवत कथा के छठें दिन बुधवार की रात भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का बखान किया गया। कथावाचक चितरंजन व्यास ने बताया कि भगवान श्रीकृष्ण के जन्म होने की सूचना जब कंस को मिली, तब वह उन्हें बाल रूप में समाप्त करने का षडयंत्र सोचने लगा और उसने भगवान श्रीकृष्ण को मारने के लिए पूतना नाम की राक्षसी को भेजा। पूतना ने अपने वक्ष पर जहर लगा लिया था और उसे अपना दूध पिलाने के बहाने उसे अपने साथ ले गई। इधर कान्हा के घर में न होने पर माता यशोदा परेशान हो गईं। पूतना उठा कर श्रीकृष्ण को कुछ दूर लेकर गई। उन्हें जैसे ही दूध पिलाने लगी। भगवान ने उसके प्राण ही ले लिए। जिससे पूतना अपने असली रूप में आ गई और विशालकाय रूप के साथ रूदन करने लगी। भगवान के हाथों पुतना का वध होने से वह भी स्वर्गधा...
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