बस्ती, अप्रैल 27 -- कप्तानगंज। कप्तानगंज के मरवटिया तिवारी नौ दिवसीय ज्ञानदीप महायज्ञ में कथाव्यास पंकजेश ने भगवत कथा सुनाई। उन्होंने कहा कि ब्रम्हर्षि विश्वामित्र जब यज्ञ की पूर्णाहुति के लिए भगवान राम और भगवान लक्ष्मण को लेकर गए तब सबसे पहले वासना रूपी ताड़का को मारा। यज्ञ के चारो दरवाजों की रक्षा के लिए दो दरवाजे पर भगवान राम पहरेदारी करने लगे और दो दरवाजे पर भगवान लक्ष्मण पहरेदारी करने लगे। राम और लक्ष्मण के पहरेदारी करने के बाद भी जब विश्वामित्र जी विचलित दिखे तो यज्ञाचार्यों ने पूछा कि आप इतने दुखी रहेंगे तो भगवान की प्राप्ति आपको कैसे होगी। विश्वामित्र ने उनसे कहा कि भगवान की प्राप्ति के लिए यज्ञ होता है और यहां भगवान खुद यज्ञ की रक्षा कर रहे हैं।

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