हापुड़, अगस्त 28 -- नगर के शैलेष फॉर्म कॉलोनी में श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है। कथा के तीसरे दिन बुधवार को आचार्य जय प्रकाश शास्त्री ने भक्तों को गजेंद्र मोक्ष की कथा सुनाई। जिसमें यह संदेश दिया गया कि इस संसार में कोई किसी का नहीं है, केवल भगवान ही परम मार्ग का सहारा हैं। इसके बाद समुद्र मंथन का विस्तृत प्रसंग सुनाया गया। जिसमें देवताओं और दैत्यों के सहयोग से समुद्र मंथन कर अमृत प्राप्ति की। इसके बाद आचार्य ने वामन भगवान के अवतार का वर्णन करते हुए बताया कि किस प्रकार वामन भगवान ने अंगुल-भर का स्वरूप धारण कर राजा बलि से तीन पग भूमि दान में मांगी और सम्पूर्ण ब्रह्मांड को नाप लिया। उन्होंने यह भी बताया कि इस सृष्टि में भाई-बहन का रिश्ता कितना पवित्र है और इसे कैसे निभाना चाहिए।

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