मोतिहारी, फरवरी 28 -- पताही, एसं। सम्पति के लिए जहां एक भाई दूसरे भाई के खून के प्यासे हैं, वही एक भाई ने अपने छोटे भाई को अपनी किडनी देकर जान बचा एक मिशाल क़ायम की है। जिसकी चर्चा खूब हो रही है। मामला पताही प्रखंड के पदुमकेर गांव की है, जहां के मैथिल ब्राह्मण परिवार से आने वाले इंजिनियर तृष्णानन्द झा के तीन पुत्र व एक पुत्री है। जिसमें सभी शादी शुदा और बाल बच्चेदार हैं। सभी अपने परिवार के साथ बाहर रहते हैं। सबसे बड़े भाई अमरेंद्र कुमार झा उनसे छोटे भूपेंद्र कुमार और सबसे छोटे भवेन्द्र कुमार है जो पिछले 10 वर्षों से अधिक समय से दुबई में थे। सबसे बड़े भाई अमरेंद्र कुमार झा ने अपने छोटे भाई भवेन्द्र कुमार को पिछले माह हैदराबाद स्थित एक अस्पताल में अपनी किडनी देकर जान बचाई। इसकी चर्चा चहुओर हो रही है।

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