बिजनौर, मई 4 -- श्री ब्राह्मण सभा (पंजीकृत) में बीते 16 वर्षों से चुनाव न होने और वित्तीय अनियमितताओं को लेकर समाज में आक्रोश है। संस्था के कार्यवाहक अध्यक्ष और मंत्री पर आरोप है कि उन्होंने नियमों की अनदेखी कर अपने करीबी रिश्तेदारों और पड़ोसियों को समिति में शामिल कर लिया। संस्था को निजी स्वार्थ का माध्यम बना लिया। शिकायतकर्ता विनोद शर्मा चन्दूलाल ने कहा कि किराये की दुकानों का लगभग ढाई लाख रुपये से अधिक किराया संस्था के बैंक खाते में जमा नहीं किया गया है। इसके अलावा चार नई दुकानों का भी किराया और पुराना मलवा बेचने से प्राप्त धनराशि जमा नहीं की गई। संस्था के कई सदस्य अब जीवित नहीं हैं। जबकि कई नगर छोड़ चुके हैं, फिर भी उन्हें सूची में दर्शाया गया है। 22 मार्च को हुई बैठक में मंत्री से स्पष्टीकरण मांगा गया, लेकिन उन्होंने असहयोगी रवैया अप...