नई दिल्ली, अक्टूबर 1 -- मुद्रास्फीति में कमी ने दरों में कटौती की गुंजाइश बनाई, लेकिन वैश्विक अनिश्चितताओं के कारण यथास्थिति बनाए रखने का फैसला किया। -संजय मल्होत्रा, आरबीआई गवर्नर नई दिल्ली, विशेष संवाददाता। भारतीय रिजर्व बैंक ने उम्मीद के मुताबिक प्रमुख नीतिगत रेपो दर को 5.5 प्रतिशत पर बरकरार रखा है। बुधवार को घोषित द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा में इसका ऐलान किया गया। इसका मतलब है कि सभी तरह के कर्ज की किस्त में कोई बदलाव नहीं होगा। आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने मौद्रिक समीक्षा समिति के फैसलों को जानकारी दी। उन्होंने संकेत दिए कि अगर अमेरिका द्वारा आयात शुल्क का कोई प्रभाव दिखाई देता है तो आने वाले महीनों में अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए रेपो दर में कटौती की जा सकती है। केंद्रीय बैक ने लगातार दूसरी बार रेपो दर को 5.5 फीसदी पर यथावत रख...
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