सीवान, अप्रैल 20 -- धान उत्पादक किसानों के सामने खेती के लिए कई समस्याएं आती है। सबसे बड़ी समस्याएं हैं । मौसम की अनिश्चितता। यहा खेती मानसून पर निर्भर है। जिले में लगभग 80 फीसदी परिवार खेती से जुड़ा है। जिनका जीविकोपार्जन खेती के जरिए होता है। यहां होनेवाला धान और रबी फसलों पर निर्भर करता है। खेती के लिए पानी जरूरी है । पानी की कमी, के कारण धान की रोपाई व उत्पादन प्रभावित होता है। किसान अगर किसी प्रकार धान की रोपाई कर भी ले तो कीटनाशकों और बीमारियों के प्रकोप होने से क्षति उठाना पड़ता है। धान का उत्पादन हो भी जाये तो बाजार की कमी, और सरकार की नीतियों का उचित क्रियान्वयन नही होना किसानों पर भारी पड़ता है। किसानों ने बताया की मौसम की अनिश्चितता, अनियमित बारिश, सूखा और बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदाएं धान की फसल को नुकसान पहुंचाती हैं। धान की फसल के...