सीवान, मार्च 27 -- ताड़ी व्यवसाय से जुड़े व पासी समाज के हासिए पर जीवन जीने वाले परिवार को नीरा उत्पादन कार्य से जोड़ने की योजना शुरू की गई। शुद्ध देसी नीरा से पेड़ा, मीठा और विभिन्न प्रकार की मिठाइयां बनाने की योजना और इसे बाजारों तक पहुंचाने की योजना बनाई गई। महिला सशक्तीकरण से भी इस योजना को जोड़ा गया और इस योजना से गरीब परिवारों को रोजगार उपलब्ध कराने और गरीबों के आर्थिक उत्थान करने के दावे भी किए गए। बावजूद इसके पासी समाज के बहुत से लोग ताड़ी के धंधे से जुड़े हैं। प्रशासन की ओर से ताड़ी और देसी शराब के धंधे से जुड़े हुए लोगों के वैकल्पिक रोजगार के लिए सतत जीविकोपार्जन योजना के तहत वर्ष 2017 में स्वयं सहायता समूह के जरिए नीरा परियोजना से जोड़ा गया। इस परियोजना से जुड़े लोगों को वैकल्पिक रोजगार के लिए एकमुश्त एक लाख रुपए उपलब्ध कराने का फैसला सरक...
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