सहारनपुर, अक्टूबर 31 -- बेहट (सहारनपुर), संवाददाता। करीब चार दशक पहले बसी इंदिरा कॉलोनी की आबादी आज छह हजार के आसपास है, लेकिन यहां के हालात किसी उजड़े गांव से कम नहीं। न पक्की सड़कें हैं, न सीवर की व्यवस्था, न पानी की निकासी की कोई योजना और न ही नियमित सफाई व्यवस्था। विडंबना यह है कि इंद्रा कॉलोनी न तो नगर पंचायत बेहट की सीमा में आती है और न ही किसी ग्राम पंचायत के अंतर्गत। यही कारण है कि यहां के लोग सरकारी योजनाओं के लाभ से लगातार वंचित हैं। इंदिरा कॉलोनी की सड़कें आज भी कच्ची हैं। बारिश के मौसम में यह गलियां कीचड़ से भर जाती हैं, जिससे लोगों का घरों से निकलना दूभर हो जाता है। बच्चों को स्कूल जाने में परेशानी होती है और बुजुर्गों को फिसलने का डर बना रहता है। पानी निकासी की कोई व्यवस्था न होने से गंदा पानी गलियों और घरों के सामने जमा रहत...