भागलपुर, जुलाई 14 -- 4 वर्ष डिजिटल सखी परियोजना 100 डिजिटल सखी जुड़ी हैं परियोजना से 5 प्रखंड में चल रहा है डिजिटल सखी का कार्य साइबर क्राइम, इलेक्ट्रानिक डिवाइस समेत तमाम जागरुक कार्यक्रमों के बारे में जागरुक करने वाली डिजिटल सखी खुद के रोजगार की गारंटी चाह रहीं हैं। सरकार की ओर से महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए तमाम एनजीओ के जरिए डिजिटल सखी लोगों को घरों तक जाकर जागरुक करने का काम कर रही हैं। हिन्दुस्तान संवाद में उन्होंने कहा हम लोग एनजीओ से जुड़ कर ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र में घूम कर साक्षर एवं निरक्षर महिला पुरुष को इलेट्रॉनिक डिवाइस चलाने की जानकारी देती हैं। क्षेत्र में मोबाइल चलाने के लिए सीखाने के साथ साइबर क्राइम से बचने के लिए जागरुक करती है। उनका कहना है कि भले ही वह लोगों के लिए कार्य कर रही हैं लेकिन भविष्य में उनके रोजगार का क...