रांची, मार्च 10 -- संवाददाता, रांची। पूरे राज्य में 52000 से अधिक दिव्यांग बच्चे सरकारी एवं गैर सरकारी विद्यालयों में पढ़ाई कर रहे हैं। इनके शिक्षण एवं प्रशिक्षण के लिए समग्र शिक्षा के तहत संचालित समावेशी शिक्षा के अंतर्गत वर्तमान में मात्र 478 रिसोर्स शिक्षक हैं। प्रखंडों में कहीं एक तो कहीं दो संविदा एवं बाह्य सोर्स के आधार पर कार्यरत हैं। रिहैबिलिटेशन काउंसिल ऑफ इंडिया आरसीआई के अनुसार 8 से 10 विशेष बच्चों पर एकविशेष शिक्षक जरूरी होते हैं, जो वर्तमान में सैंकड़ों बच्चों पर एक हैं। इस कारण खानापूर्ति हो रही है। शारीरिक और मानसिक रूप से सामान्य बच्चों की तुलना में विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को सोचने, समझने और अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए अतिरिक्त सहायता की आवश्यकता होती है। ऐसे बच्चों के लिए विशेष शिक्षकों का होना अत्यंत महत्वपूर्ण ह...