मैनपुरी, दिसम्बर 16 -- ब्लॉक बेवर की ग्राम पंचायत चिरावर में विकास की उम्मीदें वर्षों से बजट के इंतजार में ठहरी हुई हैं। 3500 की आबादी वाली इस पंचायत में ग्रामीण आज भी उन मूलभूत सुविधाओं के लिए संघर्ष कर रहे हैं, जो एक सम्मानजनक जीवन की पहली शर्त होती हैं। श्मशान घाट न होने से अंतिम संस्कार तक निजी जमीनों पर करने की मजबूरी है। बरात घर के अभाव में गरीब परिवारों की खुशियां अधूरी रह जाती हैं। वहीं खेल मैदान और लाइब्रेरी न होने से युवाओं के सपने सिमटते जा रहे हैं। जल जीवन मिशन जैसी महत्वाकांक्षी योजना के बाद भी टूटी सड़कें, लीकेज होती पाइपलाइनें और बर्बाद होता पानी प्रशासनिक उदासीनता की कहानी कहते हैं। सीमित सफाई व्यवस्था, अधूरी स्ट्रीट लाइटें, जर्जर सड़कें और सरकारी भूमि पर कब्जे ग्रामीणों की पीड़ा को और गहरा करते हैं। हिन्दुस्तान के बोले मैनपु...
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