मथुरा, सितम्बर 19 -- मुस्लिम समाज के लोगों का कहना है कि उनके पूर्वजों ने अल्लाह की राह में जो संपत्ति वक्फ की थी, वह अब खतरे में है। उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि यह केवल कानूनी मसला नहीं, बल्कि आस्था और धार्मिक सेवा से जुड़ा मामला है। ऐसे में वह सुप्रीम कोर्ट से अंतिम न्याय की प्रतीक्षा कर रहे हैं और उम्मीद कर रहे हैं कि अदालत उनके अधिकारों की रक्षा करेगी। कई मुस्लिम समाज के लोगों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने सरकार की मंशा पर भी सवाल खड़े किए हैं। उनका कहना है कि संशोधन के माध्यम से वक्फ की संपत्तियों पर नियंत्रण की कोशिश की जा रही है, जो कि न केवल असंवैधानिक है बल्कि समुदाय की धार्मिक आस्थाओं पर सीधा आघात है। समुदाय के लोगों का कहना है कि देश की सबसे बड़ी अदालत से उन्हें पूरी उम्मीद है कि वक्फ संपत्तियों की पवित्रता और उनके धार्मिक महत्व को...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.