मथुरा, मई 1 -- मथुरा। आपने सब्जी मंडी, फल मंडी, हींग की मंडी, नमक की मंडी के नाम तो सुने होंगे, लेकिन बढ़ती बेरोजगारी ने मथुरा में एक नहीं वर्तमान में सात स्थानों पर मजदूरों की भी मंडी लगती है। इन मंडियों में काम की तलाश में रोजाना दो हजार से अधिक मजदूर जनपद के आसपास के गांवों से आकर यहां जुटते हैं। इनमें बमुश्किल 10-20 फीसदी को ही काम मिल पाता है, जबकि शेष मायूस होकर घर लौटना पड़ता है। मजदूर दिवस आते हैं और चले जाते हैं, लेकिन इनकी जिंदगी से मजबूरी के बादल नहीं छंट रहे हैं। मथुरा महानगर के होली गेट चौराहे से लेकर चौक बाजार, कृष्णा नगर, मंडी चौराहा, धौली प्याऊ, जनरल गंज, यमुनापार लक्ष्मी नगर पर सुबह होते ही रोज कुआं खोद कर प्यास बुझाने वालों के जमघट लग जाते हैं। गर्मी, सर्दी हो या बरसात। तीज हो या त्योहार। इनके लिए सब दिन एक समान है। महानगर...