मथुरा, अक्टूबर 8 -- पिछले कई वर्षों से हरे कृष्णा ऑर्चिड सोसायटी के निवासी परेशान थे। सोसायटी आवासीय है, लेकिन इसे मैरिज डेस्टिनेशन के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा था। इसके लिए लाखों रुपये लिए जाते थे। आवासीय सोसायटी में शादी आदि कार्यक्रम होने पर यहां रहने वालों की शांति भंग हो रही थी। रातभर शोर शराबा होता था। रास्ता जाम होता था। यह सब आम बात हो गई थी। हिन्दुस्तान के बोले मथुरा अभियान के तहत लोगों ने बताया कि देर रात तक चलने वाले इन आयोजनों से न सिर्फ मानसिक परेशानी हो रही थी, बल्कि बुजुर्गों और बच्चों की दिनचर्या पर भी गहरा असर पड़ रहा था। लोगों ने कई बार अधिकारियों से शिकायत की, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। उनका आरोप था कि बिल्डर और कुछ प्रभावशाली लोगों के दबाव में मामले को बार-बार दबाया गया। हालात तब बदले जब परेशान निवासियों ने आखि...