फिरोजाबाद, अक्टूबर 17 -- दीपोत्सव का पर्व खुशहाली का पर्व है। कहा जाता है कि भगवान राम के वनवास से अयोध्या वापस लौटने पर दीपों का यह पर्व मनाया गया था। अयोध्यावासियों ने अपने-अपने घरों के द्वार पर दीपक जलाए थे। तभी से दीपोत्सव का यह पर्व मनाने की परंपरा है। दीपोत्सव पर धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा अर्चना की जाती है। घर से लेकर प्रतिष्ठानों को इस अवसर पर सजाया जाता है। आकर्षक रंग-बिरंगी रोशनी की सजावट की जाती है। सौभाग्य के इस पर्व में आतिशबाजी कभी उल्लास लाती थी, लेकिन अब उल्लास पर धमाके हावी होते जा रहे हैं। आतिशबाजी भी कई तरह की बाजार में है, हजारों रुपये की कीमत वाली आतिशबाजी भी बाजार में है। इससे फिजाएं प्रदूषित हो रही हैं तो बुजुर्ग एवं बीमार भी परेशान हो रहे हैं। हिन्दुस्तान ने बोले फिरोजाबाद के तहत प्राइवेट शिक्षक एवं अर्द्धसरकार...