भागलपुर, मई 29 -- पूर्णिया शहर भी प्रदूषित होता जा रहा है। वायु प्रदूषण आम है। एयर क्वालिटी इंडेक्स खराब हो रहा है। वहीं लगाता बढ़ रहे पॉलीथिन के उपयोग ने और परेशानी बढ़ा दी है। पॉलीथिन कचरा का दुष्प्रभाव आम आदमी से लेकर जीव-जंतुओं पर भी पड़ रहा है। सेहत खराब हो रही है। नई-नई बीमारियां होने लगी हैं। वायु प्रदूषण बढ़ती चिंता का विषय है। प्लास्टिक और अन्य जहरीले पदार्थ सांसों में घुलकर लोगों को बीमार कर रहे हैं। पूर्णिया शहर 46 वार्डों का है, जहां से रोजाना 60 से 70 टन कचरा निकलता है। इसमें पॉलीथिन का कचरा सबसे अधिक होता है। शहर से लेकर गांव तक सिंगल यूज पॉलीथिन का उपयोग धड़ल्ले से हो रहा है। नगर निगम और जिला प्रशासन की कोशिश के बावजूद सिंगल यूज पॉलीथिन से पूर्णिया मुक्त नहीं हो सका है। देर तक खाने के सामान सिंगल यूज पॉलीथिन में रखने से भोज...