धनबाद, मार्च 17 -- आज भी अधिकतर लोग डाकघर की बचत योजनओं को बैंकों की अपेक्षा अधिक सुरक्षित मानते हुए निवेश करते हैं। नेट बैंकिंग के दौर में भी डाकघरों की पासबुक लेकर राशि की निकासी और जमा भी करते हैं। भारतीय डाकघरों की विभिन्न बचत योजनाओं में लोगों को निवेश के लिए प्रेरित करने में डाक बचत अभिकर्ताओं की भूमिका अहम होती है। ये अभिकर्ता लोगों को घर-घर जाकर डाक बचत योजनाओं के बार में जानकारी देते हैं। डाक विभाग योजनाओं में निवेश करवाते है और डाक विभाग को फायदा भी पहुंचाते हैं। छोटी बचत से लोगों का जिंदगी संवारने वाले अभिकर्ता की स्थिति ठीक नहीं है। खुद की जीविका चलाना मुश्किल हो गया है। अभिकर्ता्ओं के कमीशन में कटौती, कई योजनाओं में कमीशन पूरी तरह बंद कर देना व लाइसेंस नवीकरण में परेशानी तथा डाकघरों में सुविधा और सुरक्षा की कमी जैसे कारणों से...