देवघर, मार्च 21 -- जून पोखर के लगभग 30 घरों में लहठी चुड़ी बनाने का काम किया जाता है, और हर घर में कम से कम 5 से 7 कारीगर काम करते हैं। इस काम में मुख्यत: महिलाएं और पुरुष दोनों ही जुड़े होते हैं। घर-घर में काम होने के कारण इस काम से जुड़े लोगों की संख्या ज्यादा है, और हर व्यक्ति पर इस काम की निर्भरता है। यदि इस काम को उचित समर्थन और संसाधन मिले, तो न केवल इस कला का संरक्षण हो सकता है, बल्कि इससे जुड़ी आर्थिक स्थिति भी मजबूत हो सकती है। हालांकि, एक बड़ी चुनौती यह है कि इस काम में लगातार नवाचार और गुणवत्ता की आवश्यकता है। हमें अपने उत्पादों की गुणवत्ता और डिज़ाइनों को सुधारने की जरूरत है ताकि हम बड़े बाजारों में अपनी पहचान बना सकें। वर्तमान में, कारीगरों के पास इन नए डिज़ाइनों को बनाने और उत्पादन बढ़ाने के लिए संसाधन नहीं हैं। यदि सरकार की ओर से ...