भागलपुर, फरवरी 19 -- स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं को ग्रामीण स्तर तक घर-घर पहुंचाने वाली एएनएम कई समस्याओं से जूझ रही हैं। प्रति दिन गांव के स्वास्थ्य केंद्र पहुंचती हैं। लोगों के उपचार में सहयोग करती हैं। गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण हो या बच्चों को टीका लगाना, इसकी जिम्मेदारी एएनएम पर होती है। इसके अलावा अस्पताल में रहते हुई यह लोगों का समुचित उपचार करती हैं। इनकी भी अपनी समस्याएं, जिसका निदान नहीं किया जा रहा। आपके अपने अखबार हिन्दुस्तान के साथ संवाद के दौरान जिले की एएनएम ने अपनी समस्याएं साझा कीं। 05 सौ एएनएम तैनात हैं जमुई जिले के विभिन्न प्रखंडों में 11 हजार रुपये ही मानदेय मिलता है एएनएम को 22 हजार रुपये मानदेय करने की एएनएम ने की मांग जमुई जिले विभिन्न प्रखंडों में अनुबंध लगभग पांच सौ एएनएम तैनात हैं। ये शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों मे...