भागलपुर, जून 16 -- प्रस्तुति: अमरेंद्र कुमार सिंह जमुई के लक्ष्मीपुर प्रखंड के आनंदपुर पंचायत में पड़ने वाले दूबरीतरी गांव मशरूम उत्पादन की खेत से क्षेत्र में अपनी पहचान बनाने की ओर अग्रसर है। खास बात यह है कि इस कारोबार से बड़ी संख्या में महिलाएं भी जुड़ रहीं हैं। जो न केवल अपनी आर्थिक स्थिति मजबूत कर रही हैं, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी नई रफ्तार दे रही हैं। मशरूम की खेती कम लागत में अधिक मुनाफा देने वाला व्यवसाय बनता जा रहा है। इसके पोषण गुण और स्वास्थ्य लाभ इसे सुपर फूड की श्रेणी में रखते हैं। प्रोटीन का यह बेहतरीन स्त्रोत शाकाहारी और मांसाहारी दोनों के बीच लोकप्रिय हो रहा है। हालांकि, किसानों के सामने पूंजी, बीज की गुणवत्ता और प्रशक्षिण जैसी कई चुनौतियां आज भी बनी हुई हैं। उत्पादकों का कहना है कि यदि बैंकों से सस्ता लोन और सरकारी स...