जमशेदपुर, सितम्बर 9 -- सभी थानों और सार्वजनिक स्थलों में आत्महत्या रोकथाम के लिए संस्था की हेल्पलाइन नंबर को डिस्प्ले किया जाना चाहिए। इससे कई लोग संस्था से संपर्क कर सकते है। डॉ जे आर जैन, डायरेक्टर, जीवन संस्था लोग अचानक आत्महत्या का निर्णय लेते हैं। लेकिन आत्महत्या को उतारू व्यक्ति संकेत देता है। परिवार के ध्यान देने से आत्महत्या की घटना टल भी जाती है। डॉ दीपक गिरी, मनोचिकित्सक, सदर अस्पताल अगर समय रहते कोई व्यक्ति अपनी समस्या साझा कर ले, तो उसकी जान बचाई जा सकती है। समस्या तब बढ़ती है जब लोग चुप्पी साध लेते हैं। डॉ रश्मि टाटा एक व्यक्ति की आत्महत्या से कम से कम 20 लोग प्रभावित होते हैं। परिवार को न सिर्फ आर्थिक झटका लगता है बल्कि सामाजिक ताने भी झेलने पड़ते हैं। सुमंत कुंवर शहर में डोबो पुल, मानगो पुल और खरकई पुल सबसे ज्यादा सुसाइड प्...