जमशेदपुर, फरवरी 24 -- शहर में विश्वकर्मा समाज का इतिहास आजादी से पहले का है। टाटा स्टील की स्थापना के बाद विश्वकर्मा समाज के लोग काम के सिलसिले में यहां आए। इसके बाद वे यहां बसने लगे। हालांकि, जिस तरह से समाज का विकास होना चाहिए, उस तरह नहीं हो पाया। उनके पारंपरिक पेशे में अन्य लोगों के हस्तक्षेप से परेशानी हो रही है। जाति प्रमाण पत्र बनाने समेत लोहार को एसटी का दर्जा देने सहित कई मांगें हैं। हिन्दुस्तान से विश्वकर्मा समाज के लोगों के साथ अपनी समस्याएं रखीं। विश्वकर्मा समाज का अपना एक मजबूत और सशक्त संगठन है। अपने लोगों को एकजुट करने के लिए उन्होंने संगठन भी खड़ा किया। वर्ष 1939 में जमशेदपुर विश्वकर्मा समाज का गठन हुआ और तब से यह संस्था समाज के लोगों के लिए काम कर रही है। जमशेदपुर में विश्वकर्मा समाज (लोहार और बढ़ई) के लोगों की संख्या करी...
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