जमशेदपुर, फरवरी 14 -- एक समय था, जब शहर में औद्योगिक कंपनियों के साथ ही बुनियादी सुविधाएं भी विकसित की गई थीं। गोलमुरी स्थित केबुल कंपनी के कर्मचारियों के लिए जहां क्वार्टर बनाए गए, वहीं उनके बच्चों के खेलकूद के लिए केबुल क्रिकेट मैदान भी तैयार किया गया। लेकिन कंपनी के बंद होने के साथ ही यह मैदान बदहाली का शिकार हो गया। अब न तो इसकी सही देखभाल हो रही है और न ही यहां खेलने वाले बच्चों के लिए बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध हैं। हालांकि, केबुल क्रिकेट क्लब अपने स्तर पर इस मैदान को बचाने की कोशिश कर रहा है, लेकिन संसाधनों के अभाव में यह प्रयास अधूरा साबित हो रहा है। हिन्दुस्तान ने केबुल क्रिकेट मैदान की स्थिति का जायजा लिया और वहां खेलने वाले बच्चों से बात की तो कई तरह की समस्याएं सामने आईं। 200 बच्चे इस मैदान में करते हैं अभ्यास गोलमुरी स्थित केबु...