गोंडा, जुलाई 5 -- साप्ताहिक बाजार के लिए मिले जगह, शौचालय-पार्किंग की हो व्यवस्था -06 से ज्यादा स्थानों पर गौरा विस क्षेत्र में लगती साप्ताहिक बाजार -02 लाख से ज्यादा आबादी इन बाजारों से करती है खरीदारी -01 हजार से ज्यादा दुकानदारों की रोजी-रोटी जुड़ी है अस्थाई बाजार से जिले के विभिन्न तहसील क्षेत्र के गांवों और कस्बों में आजादी के पहले से साप्ताहिक बाजार का चलन है। यहां खेती-किसानी से जुड़े छोटे-मोटे औजारों के साथ किसानों के खेतों में उगी ताजी हरी सब्जियां भी आसानी से मिल जाती हैं। इन साप्ताहिक बाजारों में स्थानीय इलाकों के किसान अन्य लोग जमीन पर बैठकर सामान बेचते हैं। समय तो बदला लेकिन इन अस्थाई दुकानदारों के लिए किसी तरह की कोई सुविधा नहीं मिली। हिंदुस्तान बोले गोण्डा मुहिम में इन दुकानदारों ने अपनी बात रखी। दुकानदारों का कहना है कि हम...