कौशाम्बी, फरवरी 17 -- करोड़ों रुपये की लागत से बाईपास, आरओबी व अंडर पास बनाया गया। ये सारी व्यवस्थाएं सिराथू के लिए हैं। मकसद स्पष्ट था कि जाम न लगे और लोगों का जीवन सुरक्षित रहे। सरकार ने पूरा जोर लगाकर ये व्यवस्थाएं दी, लेकिन परिणाम शून्य ही है। सिराथू में ही एक साल के भीतर 50 से अधिक हादसे हुए, जिनमें 16 लोगों ने अपनी जान गंवा दी। लोगों को हादसे से बचाने के लिए यह व्यवस्था की गई थी, लेकिन कुछ लोगों की लापरवाही की वजह से शहर में लगातार हैवी वाहन प्रवेश कर रहे हैं, जिनसे हादसे हो रहे हैं। जिसका खामियाजा बेकसूर लोगों को अपनी जान देकर भुगतना पड़ रहा है। जिले का सबसे हाईप्रोफाइल नगर पंचायत सिराथू है। सिराथू नगर पंचायत का विस्तार लगभग तीन किमी के दायरे में है। वर्ष 2019 तक सिराथू से हाइवे जाने के लिए सिंगल रोड थी। बीच में रेलवे फाटक भी पड़ता था...