आगरा, मई 31 -- दिव्यांग समाज का अभिन्न हिस्सा हैं, लेकिन अभी उन्हें शिक्षा, रोजगार और सम्मान के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। समुचित शिक्षा के अभाव में उनके लिए करियर के अवसर सीमित होते जाते हैं, जिससे आर्थिक स्वतंत्रता हासिल करना कठिन हो जाता है। कई दिव्यांग अपनी क्षमताओं के बावजूद योग्य नौकरियों से वंचित रह जाते हैं, क्योंकि कार्यस्थलों पर इनके लिए समुचित सुविधाएं नहीं मिल पाती हैं। दिव्यांगजनों का कहना है कि सरकारी योजनाओं के लाभ पाने के लिए भी काफी मशक्कत के करनी पड़ती है। कई बार तो दफ्तरों में संवेदनहीन रवैये का सामना करना पड़ता है। जिससे उनके आत्मसम्मान को ठेस पहुंचती है तथा वे स्वयं को मुख्य धारा से कटा हुए महसूस करते हैं। समाज के सर्वांगीण विकास के लिए दिव्यांगों का साथ होना भी बहुत जरूरी है। इनको समुचित सम्मान, शिक्षा, प्रमाण पत्र व र...