कानपुर, मार्च 3 -- राजकीय पॉलीटेक्निक हर साल 85 प्रतिशत से अधिक छात्र-छात्राओं कोकैंपस प्लेसमेंट दे रहा है। लेकिन, अभी पॉलीटेक्निक को और बेहतर बनाने की गुंजाइश है। अगर यह तकनीकी बाजार के अनुरूप हाईटेक हो जाए तो छात्र-छात्राओं के प्लेसमेंट में और इजाफा होगा। वर्तमान में लैब में रखे पुराने उपकरणों से विद्यार्थी इंजीनियरिंग सीख रहे हैं। इसके चलते युवा तकनीक में पिछड़ रहे हैं। राजकीय पॉलीटेक्निक रावतपुर की स्थापना 1963 में हुई थी। यहां से अब तक 1.25 लाख से ज्यादा बच्चे पासआउट हो चुके हैं। वर्तमान में कॉलेज में 2300 से अधिक छात्र हैं। इन छात्रों को पढ़ाने के लिए प्रिंसिपल समेत 57 व्याख्याता हैं जो ऑल इंडिया काउंसिल ऑफ टेक्निकल एजुकेशन (एआईसीटी) के मानक से कम हैं। ऐसे में दूसरी ब्रांच के शिक्षक कक्षाओं में पढ़ा रहे हैं। छात्र कहते हैं कि पॉलीटेक्न...